अंक- १०५८ Page-४

जन्म दिन की खुशहली मे कार्य कर्तायों  द्वारा “ रक्त – दान “

झारखंड राजनीति की बागडोर सम्हालने वाला मतलब अच्छा शासक कौन बने, इसकी चुनाव आपस मे ही मिल जुलकर जल्द से जल्द हो जाए तो जंतयोन की सारी तकलीफ़ें दूर हो जाती। यह सब जल्दी हो जाए तो यति उतम होता। मगर इधर झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेने जी के 70 वें जन्म दिन के उपलक्ष मे उनके कर्मठ कार्यकर्तायों द्वारा खूब खुशी का पूर्वक दुमका सदर अस्पताल के मरीजों एवं गरीबों के बीच फल और मिठाइयाँ बनते गए, तो कहीं उनके कार्यकर्तायों द्वारा टीन बाज़ार चौक पर केक कटे गए, और ठंड से रक्षा हेतु गरीबों को कंबल भी दिये गए।

दूसरी तरफ झारखंड विकाश मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरंडी जी के कार्यकर्तायों डावर मारंडी जी के 55वें जन्म दिवस को झारखंड विकास युवा मोर्चा द्वारा “ संकल्प दिवस “ के रूप मनाया गया। उनके कार्यकर्तायों के द्वारा रक्त दान भी किया गया। बहुत अच्छा है सभी अपनी – अपनी पार्टी के सुप्रीमो के जन्म दिवस पर उल्लास मनाए और अपनी – अपनी कर्मठा को साबित किए, अति उतम है। लेकिन अपने राज्य की विकास का बागडोर एकदम से डूबती हुई नैया के समान हो गयी है। उसे अति जरूरी हो गई है तिनके का सहारा। इधर कब किस तरह से मंहगाई के चोट पर चोट से झारखंड की सारी गरीब जनता छट-पटा रही है, पनि बिन मछली के समान , क्या ज्यादा जरूरी यह नहीं होता की जल्द से राज्य हिट , जन हित  के लिए एक अच्छा शासक का चुनाव जरूरी है , ताकि गरीबों की ज़िंदगी सँवारने से पहले ही घर फूस के समान , इस बहती हुई मंहगाई