अंक- ११७५ पेज १

01सच्चाई और ईमानदारी (एक कड़ी सदा)

सरकार ने सच्चाई और ईमानदार व्यक्ति के साथ अच्छाई न करने की कसमें खा रखी है, तभी तो दिन-ब-दिन गुजरने के बावजूद भी एक दलित एवं भूमिहीन दीन दलित के पूर्व सम्पादक स्वõ गौरी शंकर रजक के परिवार के साथ सरकार सतौला व्यवहार कर रही है। वह दिन अभी तक नसीब नहीं हुआ। पूर्व सम्पादक के परिवर को जिस दिन का वे इन्तजार कर रहे थे। लाल कार्ड एवं राषन कार्ड गरीबों के लिए ही बनाया गया है, लेकिन सिस्टम में भ्रष्टाचार की जंग लगने से सारा खेल उल्टा पड़ा धरा है। जिसको जिस चीज के लिए बनाया गया है, उसे उसी चीज से कोसों दूर रखा गया है।