अंक- १०४९ Page-१


विश्व की सबसे छोटी रेलगाडी बनाने का दावा
अनोखी बात – जीवन रूपी सागर में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। कुछ करने का जजबा यदि दिल में हो जाए तो मंजिले कदम चुमने लगती है। कला या कलाकार किसी तारीफ या तारूफ का मोहताज नहीं होती है। मन मे लगन, आत्म विश्वास और दृढ इच्छा शक्ति हो तो पत्थर भी बोलने लगते हैं। चुनौतियों भरे जीवन में मानवीय संवेदनाओं की लौ जलाने वाले लब्ध प्रतिष्ठ कलाकार बुतों मे जान फूकने का फन और गहरी चिंतन रखने वाले विलक्षण प्रतिभा के धनी रेलवे से रिटायर्ड सिनीयर इंजीनियर लक्ष्मीनारायण कमोद ने अभी हाल में एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसे देख कर सहज विश्वास नहीं होता , किन्तु यह सच्च है। सेवानृवित इंजिनीयर लज्ञमीनारायण कमांद ने विश्व की सबसे छोटी रेलगाडी बनाने का दावा किया है। कमोद विश्व की इस सबसे छोटी रेलगाडी को अपने हथेली पर रखकर फूले नहीं समातेहैं। वे शीघ्र ही अपने इस दावे को गीनिज बुक ऑफ वल्र्ड में दर्ज कराने का सपना संजोये हुए हैं। अजमेर तोपहडा निवासी 70 वष्र्ाीय कमोद द्वारा निर्मित इस रेलगाडी की लंबार्इ 5 सेमी., चौडार्इ 1.7 सेमी. , उॅंचार्इ 2.5 सेमी. और वजन35 ग्राम है। इस तरह बोगी की लंबार्इ 5 सेमी. , उॅचार्इ 2.5 सेमी. चौडार्इ 1.8 सेमी. और वनज 15 ग्राम है। इस रेलगाडी को बनाने में उन्हें एक माह समय लगा। जबकी रेलगाडी का ट्ेक बनाने में एक सप्ताह का …….. शेष पृष्ट 8 पर जारी।