अंक- १०४७ Page-६

श्री मती वाणी दीदी सभी बच्चों को एक ही तरह का तथा बिल्कुल ही खराब खाने को दिया जाता है जब की उस सरकारी स्कूल में ख़ासकर ग़रीब तथा कमजोर वर्ग के लोग ही पढ़ते है| उनके ए सब (भारत के भविष्य) बच्चे प्रधानाध्यापिका के दर से कुछ बूल नही पाते और मजबूरी में वही खराब खाने (भोजन के योग्य ही नही है) को खा लेते है, जिसके चलते स्कूल के बच्चों का स्वास्थ्य दीनो दिन गिरता जा रहा है , तथा वही बच्चे कभी-कभी बेहोश हो जाते है|