अंक- १०४6 Page-2

प्रखण्ड एवं अंचल कार्यालय, दुमका की बैमानी नियत की उजागर

दिनांक- 12.08.2007 को माननीय
उपायुक्त महोदय( प्रशान्त कुमार जी )
दूमका, झारखण्ड।
विषय- असमर्थ, असहाय एवं कुष्ट बिमारी से पिडीत, गरीबी रेखा से नीचे, भूमिहीन ‘‘ दीन दलित सप्ताहिक पत्र के संपादक महोदय श्री गौरी शंकर रजक का घोर अपमान।
मेरं सम्पादक महोदय दिनांक 12.08.2007 को उपायुक्त महोदय के नाम अन्नपूर्णा योजना में शामिल करने हेतू आवेदन दिया था। श्री मान उपायुक्त महोदय ने उस आवेदन पर दो लाख पास कर दिया गया है, यह कहकर उन्होंने मेरं सम्पादक महोदय को प्रखण्ड बिकास पदाधिकारी को आदेशित (द्वारा उपायुक्त) भेजा गया। लेकिन उस पत्र पर आज तक कोर्इ भी कार्यवाही की गर्इ, और न ही अन्नपूर्णा योजना में संपादक का नाम ही शामिल किया गया। जबकि उपायुक्त महोदय ने प्रखण्ड बिकास पदाधिकारी को यह आदेशित किया था कि इन्हें रूपये दो लाख का भुगतान कर दिया जाय। Page 3