अंक- १०४6 Page-8

पाँच साल पहले देश का शायद ही कोई अख़बार हस्तलिखित साप्ताहिक दीं-दलित का नाम तक सुना होगा, दीं-दलित अख़बार का प्रकाशन झारखंड की उपराजधानी दुमका से २३ वर्ष से हो रहा है, जिसके संपादक है ७० वर्षीय गौरी शंकर रजक| संपादक रजक पेशे से धोबी है, साप्ताहिक दीन-दलित हस्तलिखित अख़बार सुर्ख़ियों में तब आया जब पत्रकार शैलेंद्र सिंह ने सोपान स्टेप को इसके बारे बताया| सोपान स्टेप ने वर्ष २००७ के सितंबर अंक में अँग्रेज़ी वा हिन्दी में प्रमुखता से स्टोरी को प्रकाशित किया|