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अभिभावक पर आर्थिक बोझ नही डाल सकते – उपायुक्त:- स्कूल प्रबंधकों और अभिभावकों के साथ डीसी ने किया बैठक:- गुरूवार को दुमका निजी स्कूल प्रबंधकों और अभिभावकों के साथ बैठक करते उपायुक्त ने कहा कि स्कूल का विकास स्कूल प्रबंधकों को करना है। बच्चों के अभिभावकों से आप विकास मद से पैसे वसूल कर पुस्तकालय नही बना सकते है। उन्होंने कहा कि आप अभिभावकों पर आर्थिक बोझ नही डाल सकते। उपायुक्त ने कहा कि इससे पहले भी एक बैठक में मैं आप लोगों से आग्रह कर चुका है कि एडमिषन के नाम पर अनावष्यक फी न ले। उपायुक्त ने स्कूल प्रबंधकों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि मेरे आग्रह के बाबजूद आपलोेेगों ने अभिभावकों से अनावष्यक फी लेना बंद नहीं किया। अब मैं आप लोगों का आदेष दे रहा हूँ। बैठक में उपायुक्त के तेवर से अभिभावकों में खुषी देखी गयी, जबकि स्कूल प्रबंधकों के लोगों में नाराजगी दिखाइ दी। उपायुक्त ने निर्देष दिया कि विकास मद सहित विभिन्न मदों में फी नहीं लेने, अनिबंधित स्कूलों को बंद करने के लिए झारखण्ड सरकार के निर्देष और स्कूलों की कई अनियमितताओं की ईषारा करते हुए कार्यप्रणाली में सुधार लाया जाय। इस बैठक में निजी स्कूल के साथ ही मिषनरी स्कूलों से संचालित स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ ही डी.एस.ई. मसूदी टुडू षिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी, अभिभावक, षहर के गणमान्य लोग और छात्रा संगठन के लोग मौजूद थे।