शेर का दहाड़:-
जब जंगल में भारी मुसीबत का सामना छोटे जानवार नहीं कर पाते है, तक सबमिलकर जंगल की राजा के पास जाते है, तब शेर का एक दहाड़ से सारे चुप साध लेते हैं ऐसा इस राज्य की लघु कथा है। आये दिन-ब-दिना सड़क हादसे लोगों का मृत्यु हो रही है। इसका अंदाजा उसी वक्त लगाया जा सकता था, जब पथ निर्माण सम्पूर्ण हो चुका था। लेकिन बड़ी घटना की इन्तजार में खड़े रहे। उपराजधानी दुमका के शहर में टेªफिक नियम सख्त कभी नहीं हुई। यहाँ बच्चा के हाथ में बड़ी-बड़ी वाहन के चालक बना दिये जाते है। वाहन चालक बनने को सरकार की कोई योजना सफल नहीं रही है। इस बजह से इस शहर में ट्रेफिक नियम बेहिचक से तोड़े जाते हैं। ऐसा ही आँखों देखा हाल ट्रेफिक नियम का शनिवार 28 मार्च सुबह 9.30 बजे से ही दुमका टीन बाजार एवं मेन बाजार बुरी तरह सड़क जाम में लोग फंसा रहा। यहाँ एक ट्रेफिक पुलिस नजर नहीं आये। नजर आये तो मेन रोड में प्रषासन की
अंक- ११७२ पेज १
– Posted on April 9, 2015Posted in: पिछला संस्करण