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06पहाडि़या जन-जाति की भाषा एवं सास्कृतिक के विकास पर दिया जोर – दुमका में चल रहे है तीन दिन से द्रविड कुल की तमिल और संताल परगना की मालतो भाषा के अन्त संबंध पर राष्ट्रीय संगोष्ठी में पहाडि़या जनजाति भाषा और संस्कृति के विकास पर जोर दिया गया। श्री गया लाल देहरी ने कहा कि पहाडि़या यहां मूल निवासी है। वीरेन्द्र सांवरिया पहाडि़या ने पहाडि़या समुदाय की जीवन षैली पर अपना विचार रखा। द्वितीय सत्रा की अध्यक्षता कर रहे परीक्षित मण्डल पे्रमी ने अपना षोध पत्रा प्रस्तुत किया जिसमें मालतो भाषा के उदभव और विकास की विस्तार से चर्चा है। पी0के0बाल सुब्रमण्यम की अध्यक्षता में सम्पन्न तृतीय सत्रा में गोड्डा के हिन्दी प्रधानाध्यापक डां संजय प्रियवंद और पत्राकार षैलेन्द्र सिन्हा ने अपना विचार रखा। इस अवसर पर डाॅ0 सुभाष राय, डाॅ0 के चेल्लम, डाॅ0 आर षोरी राजन आदि उपस्थित थे।