नए प्रधानमंत्राी बनने के बाबजूद भी महंगाई चर्चीत पन्नों पर आ रहे। इस राज्य में अपनी मांगो के लिए मोर्चा एवं जुलूस निकालकर सड़क पर उतरने होते है। तब जाके मांगे पुरी होती है। क्योंकि भष्ट्र सिस्टम से आधा भारत खोखला हो चुका है। यहाँ महंगाई को दूर करने के लिए योजनाएँ ही बन रही है। योजनाएँ समाप्त होते ही महंगाई समाप्त हो जाएगी यही आषा जनता नजर उठा कर देख रही है। अभी तक किसी चीजों में दाम घटाया गया। और ज्यादे-ज्यादे बढ़ते नजर आ रही है। भारत सदियों से इस गम्भीर बीमारी से ग्रस्त है इनका ईलाज ही खोजने की राह सरकार देखनी ही होगी अन्यथा महंगाई की चोट से देष में भारी परिषानियों सामना करना पड़ेगा। एक मजबूत इरादों से एक बुंलद हौसले से इस समस्या का निदान जल्द ही दिलाने की प्रयास किया जाए, ताकि एक खुषहाल एवं एक शांत वाला भारत फिर से जनमा दिख से। पूरे विष्व में चर्चीत होने वाला यह महंगाई न जाने कितनी घरों को उजाड़ चुका है। आज हमारे देष में भूखे – नंगो से भरा हुआ है। इसका एक ही कारण है महंगाई की मारो और इसका एक ही उदाहरण है महंगाई से छुटकारा।
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– Posted on March 27, 2015Posted in: पिछला संस्करण