इसका एक ही उपाय किया जा सकता है कि पहले नषा के खिलाफ एक जंग छेड़नी होगी। घरों में शराब बनानेवाले पर ठोस कदम उठाने होगें।
प्रषासन की पहल:-
दुमका, दीन दलित समाचार:- नषे के खिलाफ प्रषासन की भी कड़े कदम उठाने होगें। प्रषासन अपने ओर से एक अभियान के तहत् कदम उठाने होगें। शराब बिक्री व शराब खरीद पर पांवदी लगाने होगें। शराब की वजह से लाखों बच्चों की पढ़ाई-लिखाई पर असर पड़ रहा इसका ख्याल सरकार को शायद नहीं है अगर होती तो आज लाखों घर उजड़ने से बच जाते। शराब में पावंदी ही देष व राज्य की विकास है। शराब जहाँ-तहाँ बिक्री करने से आम लोग भी इस जंजाल में फंसने जा रहे। प्रषासन की ओर से कोई कदम इस विषय पर नहीं उठाया जा रहा है। प्रषासन की आँखों में धूल झोंका जा रहा है या प्रषासन खुद अपनी आँखों में धूल झोंक रही है अगर ऐसा ना होता तो यूँ ही नहीं खुलेआम नषा की अड्डा जमा न होता है। अगर ऐसा ना होता तो यूं ही नहीं कोई घर न उजड़ते। इस गम्भीर विषय में अगर जल्द ही कोई ठोस कदम न उठाया गया तो घरों को उजड़ने से कोई नहीं रोक सकता।
अंक- ११६७ पेज ३
– Posted on March 4, 2015Posted in: पिछला संस्करण