अंक- ११६३ पेज २

02मजबूर में खुले आम पैसों का ही करोबार हो रहा है वह भी जनता से फ़िजूल पैसे कर्मचारी ऐंठते है| अगर देखा जाए तो उस ब्लॉक में पैसे के बिना कोई कार्य सम्भव नही है अगर किसी व्यक्ति के पास पैसे नही है तो कोई भी कागज पर हस्ताक्षर होना असंभव है