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0126 जनवरी 2015 में विशेष उपहार स्वरूप, सादर समार्पेत द्वारा-पूर्व सम्पादक स्वा० श्री गौरी शंकर रजक जी का एक राष्ट्रीय कविता:

26 जनवरी आज है, 26 जनवरी था कभी|
26 जनवरी हमे याद आ रहा है, 26 जनवरी आज जा रहा है|
एक याद आ रहा है, एक याद जा रहा है|
आज का दिन 26 जनवरी|
आज का दिन पूज्य महान||
आज का दिन है खुशहाली|
हमारा देश हिन्दुस्तान||
जय जवान जय किसान|
विश्व से आगे हिन्दुस्तान||
बापू, नेहरू, अंबेडकर का कथन|
भूलो नही मेरे भाई बहन||
भारतवासी सुख में दुख में|
हर राह पे करता जा तू सहन||