अंक- ११४९ पेज १

01चुनाव मैदान (मुष्किल चुनौतियाँ):-
चुनाव मैदान में होने से वोटों का जमकर विखराव होता है तथा इसके चलते कोई भी अपनी जीत के प्रति सुनिष्चित नहीं हो सकता। विचित्रा यह है कि भाजपा षिवसेना जीत की प्रबल सभावनाओं के चलते अलग हुए तो काॅग्रेस और राष्ट्रवादी काॅग्रेस पार्टी हार के आंसार के बीच। दोनों ही गठबन्धन के घटक दलों के बीच अविष्वास किस हद तक बढ़ गया था इसकी बानगी वे तीखे आरोप है जो अब एक दूसरे पर मढ़े जा रहे है। दोनेां गठबंधन में टूट यह बयान कर रही है कि बराबर की क्षमता वाली राजनीतिक दल ज्यादा समय तक साथ नहीं रह सकते। हालांकि भाजपा और षिवसेना की तरह काॅग्रेस और राष्ट्रवादी काॅग्रेस पार्टी यह अच्छे से जान रही है कि अलग-अलग लड़ने से नुकसान उठाना पड़ सकता है लेकिन कोई भी सहयोगी