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ग्राम प्रधानों का धरना

दुमका संवादाता- ग्राम प्रधान मांझी संगठन ने अपनी छ: सुत्रि माँगो को लेकर बंदोबस्त कार्यालय के समक्ष धरना दिया संगठन के प्रमंडलीय अध्यक्ष भीम प्रसाद मंडल ने कहा कि संताल परगना सेटालमेंट-३ १७८७ और संताल परगना कारणकारी अधिनियम १९४९ पूरक के प्रावधानो का सबसे अधिक उल्लंघन सर्वे सेटालमेंट मे भी की गई है| ताकि बंदोबस्त का कार्य कभी समाप्त न हो और धंधा हमेशा के लिए चलता रहे| श्री मंडल ने कहा कि ऐसी स्थिति मे संताल परगना के जमाबंदी रेयतों एक ग्राम प्रधान गुडातों, बायकी जोग माझी, परानिको, परगणेतो की ओर से पुनः १४.०८.२०१२ को मंगलवार को धरना दिया गया धरना के बाद माँगों से संबंधित ग्यापन बंदोबस्त पदाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को भेजा गया| धरना पर प्रमंडलीय अध्यक्ष भीम प्रसाद मंडल अमित कुमार मिश्र आदि ने हिस्सा लिया, मुख्य छ: माँगे-
१. मेजर्स सर्वे सेटलमेंट के पर्चा के प्रारूप की तरह ही वर्तमान सर्वे सेटालमेंट का कुल रकवा दर्ज करें| २. गेजर्स सेटलमेंट के पर्चा में प्रधानी जोत ज़मीन में तत्कालीन ग्राम प्रधान का नाम दर्ज था उसी तरह वर्तमान सर्वे सेटलमेंट के प्रकाशन वाली पर्चा में वर्तमान ग्राम प्रधान का नाम अविलम्ब दर्ज हो|
३. बंदोबस्त विभाग संताल परगना दुमका में पदस्थापित प्रभारी बंदोबस्त पदाधिकारियों का क्रिया कलापों एवं निष्पादित अभिलेखों का उच्चस्तरीय जाँच कर अविलम्ब कारवाई की जाय|
४. बंदोबस्त न्यायालय व शिविर न्ययालाय के पेशकारों एवं अभिलेखाकार में पदस्तरीय कर्मचारियों का स्थांतरण संताल परगना से बाहर अन्यन्त्र करें|
५. बंदोबस्त न्यायालय दुमका में बंदोबस्त कार्य शुरुआत से वर्तमान तक पदस्थापित सभी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों का अर्जित अवैध संपाति क्रिया कलापों की सी०बी०आई० जाँच कराई जाए|
६. ग्राम प्रधानों द्वारा गैरं मजूरूवा व परती पढ़ी ज़मीन जमाबंदी रेयतों के साथ की बंदोबस्त परखता खोल कर दर्ज की जाए|