अंक- १११३ पेज ४

04मंगलवार को बाबा फौजदारीनाथ का तिलकोत्सव के कारण बाबा की श्रंगार पूजा नहीं हो सकी। बंसत पंचमी के पावन पर्व पर उत्साह में फौजदारीनाथ दरबार में  श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुटी, षिवभक्तों ने भगवान षिव व माँ पार्वती पर गठबंधन चढ़ाया। वही भक्तों ने मंदिर प्रागंण में उपनयन व मुण्डन सस्कार भी कराए बाबा फौजदारी नाथ के तिलकोत्सव में लोग दूर-दराज से पहुँचे तथा भाग लिया। मिथिलाचंल वासी मिथिलांचल से ससुराल पक्ष की ओर से थे। माना जाता है कि मिथिला के लोग माता पार्वती को बहन तथा बाबा भोलेनाथ को बहनोई मानते हे। तिलक को लेकर मिथिलाचंल वासियों में उत्साह का महौल है। आज से लोग होली का गीत गाने षुरू कर दिया। भगवान षिव व माता पार्वती की षादी महाषिव रात्रि के दिन हिम राजा के पुत्राी माता पार्वती के साथ विवाह रचाने के लिए हिमालय के तराई क्षेत्रा मिथिलाचंल आमंत्रित किया गया।