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मुख्यमंत्राी लक्ष्मी लाडली योजना महत्वाकांक्षी योजना है:
दुमका, मुख्यमंत्राी लक्ष्मी लाडली योजना एक अत्यन्त ही महत्वाकाक्षी योजना है, जिसके लक्ष्य एवं उदेष्य अत्यन्त ही व्यापक हैं। योजना के सफल कार्यान्वयन से समाज की कई विसगतियों को दूर करते हुए बालिकाओं को सबल बनाया जा सकता है। परिणामस्वरूप जिले में अषिक्षा एवं गरीबी पर नियंत्राण पाया जा सकता है। इस योजना के अन्तर्गत अभियान चलाकर अधिकाधिक संख्या में पात्रा लाभुकों को आच्छादित किये जाने के उपदेष से जिलान्तर्गत सरैयाहाट, रानेष्वर, गोपीकान्दर, जरमुण्डी तथा रामगढ़ प्रखण्डों 18.10.2013 को 11ः00 बजे पूर्वा से 05ः00 बजे अपõ तकषिविर का आयोजन किया गया। इसी प्रकार षिकारीपाड़ा, दुमका, जामा, मसलिया तथा काठीकुण्ड प्रखण्डों में 19.10.2013 को 11 बजे पूर्वाõ से 05ः00 बजे अपõ तक का षिविर का आयोजन किया गया। षिविर के प्रभावी एवं सफल क्रियान्वयन हेतु पदाधिकारियों के बीच कार्यो का निर्धारण किया गया है। षिविर का आयोजन बाल विकास परियोजना पदाधिकारी द्वारा किया जाएगा। उनके अधीनस्थ महिला पर्यवेक्षिका तथा आंगनबाड़ी सेविका आवष्यक सहयोग करेंगे तथा प्रावधान के अनुसार अभिलेख इत्यादि संधारित करेंगे। संबंधित प्रखण्ड विकास पदाधिकारी गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वाले लाभुकों को तत्संबंधी प्रमाण पत्रा जाँचोंपरान्त षिविर में ही उपलब्ध करायेगें लाभूकों को आवष्यकतानुसार जाति, आवसीय तथा आय प्रमाण पत्रा जाँचोंपरान्त षिविर में ही संबंधित अंचलाधिकारी द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी लाभूकों के लिए संस्थापक प्रसव, जन्म तथा परिवार नियोजन से संबंधित प्रमाण पत्रा षिविर के दौरान ही जाँचोपरान्त निर्गत करना सुनिषिचत करेंगे। सभी पदाधिकारी षिविर में अपने अधीनस्थ संबंधित कर्ममारियों के साथ उपस्थित रहकर 04ः00 बजे अपराहन तक आवेदन पत्रा की जाँच तथा प्रमाण पत्रा निर्गत किये जाने से संबंधित कार्य निष्पादित करेेंगे। संबंधित प्रखण्ड के वरीय प्रभारी पदाधिकारी षिविर में उपस्थित रहकर योजना के क्रियान्वयन का अनुश्रण एवं समन्वय स्थापित करेंगे। षिविर की समाप्ति के उपरांत प्रतिवेदन उपायुक्त दुमका को सौपेगें।
छठ पूजा के दुमका शहर के सारे घाटों का उपायुक्त ने किया निरक्षण:
दुमका:- छठ पूजा के मद्देनजर उपायुक्त दुमका श्री हर्ष मंगला ने आज दिनांक 18.10.2013 को दुमका शहर के सारे छठ पूजा घाटों का निरक्षण किया। उन्होंने खुट्टा बांध, बड़ा बांध एवंम रसिकपुर आदि घाटों का बारिकि से निरीक्षण किया।