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वृद्धिजीवियों को आगे बढ़ने का योगदान:
दुमका:- डाॅõ उरावं शुक्रवार को सिदो-कान्हो मुर्मू विष्वविद्यालय में अम्बेदकर मानवाधिकार अध्ययन एवं शोध केन्द्र के तत्वावधान में ”झारखण्ड नक्सलवाद एक चुनौती“ विषय पर आयोजित सेमिनार को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। संथाल परगना के जोनल आइजी डाॅõ अरूण उरांव ने कहा है कि नक्सलवाद एक वैचारिक लड़ाई है और इस समस्या का समाधान के लिए वृद्धिजीवियों को अगे बढ़कार योगदान करना होगा, हम हिंसा का जवाब कलम से दे सकते है, हिंसा का जवाब हिंसा से नहीं हो सकता है। संथाल परगना में बढ़ते नक्सलवाद की चर्चा करते हुए आइजी ने कहा इस दौड़ में गरीब की विकास नहीं होना नक्सलवाद पनपने का मुख्य कारण भी है, डाॅõ उरांव ने कहा कि यहां के लोग अपनी समस्या को बाबा माहदेव की कृपा मान कर सहन कर लेते हैं सेमिनार को सम्बोधित करते हुए कुलपति डाॅõ एकõ बषीर अहमद खान ने कहा कि नक्सली समस्या विकास में बाधक है। सेमिनार में नगर परिषद अध्यक्ष अमिता रक्षित राजनिति शास्त्रा विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅõ विजय कुमार अग्रेजी विभाग के प्रोõ अच्युत चेतन, वनस्पति विज्ञान की डाॅõ प्रभावती बोदरा ने भी अपना विचार रखा। केन्द्र के संयोजक डाॅõ अजय कुमार सिन्हा ने मंच संचालन किया मिडिया प्रभारी डाॅõ शम्भू सिंह ने धन्यवाद ज्वापन किया।