अंक- १०७८ Page-४

अध्यक्ष महोदय ने जनताओं से अपने हर हकों के बीच भ्रष्ट पदाधिकारियों के लिए उन्होंने ग्रामीण लोगों के बीच भ्रष्टाचार छोड़ दे या फिर नौकरी छोड़ दें।
उन्होंने कहा कि दा से दानव एवं रू से रूवाब (हिम्मत) मतलब दारू पीने से दानव वाला यानी राक्षस वाला रूवाब (हिम्मत) आ जाती है इन्सानी शरीर में जब राक्षस वाला स्वभाव सिर्फ पीने भर से आ जाये तो आदमी (मनुष्य) दिमागी संतुलन ही खो देता है और बसीभूत हो जाता है और सामने वाला जो चाहे उससे काम अपने इच्छानुसार ले सकता है, भले ही किसी की जान ही क्यूँ न लेना पड़े। उन्होंने ग्रामीणों से नम्र निवेदन पूर्वक कहा कि जनता जिस किसी काम (भोट डालना, चोरी करना, गाली-गलौज करना या जो भी करना पड़े) उस व्यक्ति से बड़े सुलभ भाव स ेले सकता हैं, यह कोई शंका वाली बात ही नहीं है।
मेरे दीन-दलित (साप्ताहिक पत्रा) के पत्राकार ने दिया पद से त्याग-पत्रा।
दीन दलित ब्यूरों:- हमारे दीन-दलित (सप्ताहिक पत्रा) के एक सहयोगी ग्रामीण संवाददाता नाम सूरज मल्लाह पंचायत- खिजुरिया (करहड़बिल) ग्राम- खिजुरिया मोहल्ला- केवट पाड़ा, ने यह कह कर दे दिया अपने पद से त्याग-पत्रा कि मैं पेट्रोल पम्प दुधानी, दुमकाके (ईनडीयन आॅयल पम्प) पम्प में नोजल से डिजल तथा पेट्रोल गाडि़यों तथा मोटर सायकिल में भरने का कार्य लगातार दस घंटों तक खड़े रहकर करना पड़ता है। मैं सुबह (प्रातः) पाँच बजे से दोपहर दो बजे तक लगातार खड़े रहना कोई साधारण बात नहीं है।