अंक- १०७७ Page-३

अब उन्हें जनताओं से तमाम 35 वादों को पूर्ण करने की जुगत बैठानी है, ताकि जनताओं का पूर्ण विष्वास उन पर बनी रहे। तमाम वादे जैसे (1) यथाषिघ्र बीõपीõएलõ सूची का प्रकाषन करवाना ताकि सभी गरीब लोगों को जल्द से नए राषन कार्ड समर्पित किया जा सकें एवं जिन गरीब एवं आर्थिक दृष्टि से असहाय लोगों का बीõपीõएलõ में नाम अंकित नहीं हुआ हो वैसे लोगों का नाम बीõपीõएलõ सूची में यथा षिघ्र जाँचोंपरांत चढ़ाया जाय, ताकि उन्हें भी समय पर सरकार द्वारा उचित दर में खाद्यान्न उपलब्ध कराने की एवं गरीबी सरकारी सहायता के तहत उन्हें भी हर तरह गरीबी रेखा से नीचे होने का एहसास भी न होने पाये एवं वैसे व्यक्तियों को भी राहत मिले ताकि गरीबों की दुआ अध्यक्षा को और भी तरक्की प्रदान करे। इस संसार में सिर्फ दो ही शब्द ऐसे हैं जिनकी शक्ति के सामने सभी शक्ति बेकार साबित होती हैं (1) गरीबों असहाय, बुजुर्गो की दुआ (2) बद-दुआ मतलब हर-तरफ से ही आफत से विपद, विपद से मुषिबत तक प्राप्त होती रहती जिसे सभ्भाल पाना इंसानों के बस (औकात) से बाहर की वस्तु होती है। इससे बचाने वाला सिर्फ उपर वाला मतलब सबका मालिक एक है। ”उपर वाला“।