अंक- १०७५ Page-७

बैठक में समीक्षा के दौरान महत्वपूर्ण विकास योजनाओं , केन्द्र सरकार की फ्लेगषीप योजनाओं एवं राजस्व प्रषासन, राजस्व संग्रहण, निलाम पत्रा वाद आदि विन्दुओं पर विषेष चर्चा की गई। समीक्षा के दौरान आयुक्त द्वारा सभी योजनाओं का नियत समय सीमा के अन्दर उच्च गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने हेतु निर्देष देते हुए यह सुझाव भी दिया गया कि पदाधिकारीगण व्यक्तिगत अभिरूची प्रदर्षित कर सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का क्रियान्वयन पूर्ण कराएँ।
आज के नेता: – अब फिर करेगें हाथ जोड़, जनताओं से भोट के लिए, लेकिन बराबर याद रखें, वे वक्त के परिन्दा (पक्षी) है।।
दीन-दलित ब्यूरो (डायनामाईट) - अब सिर्फ विधानसभा भंग होने भर की देर है, फिर देखिए तमाषा, कि कैसे सभी नेतागण गुफे से बाहर निकल-निकल कर जनताओं के हर द्वार-द्वार पर जाकर बिनती करेंगे भोट माँगने ने लिए लेकिन जनताओं से निवेदन है, कि आपको नेताओं की बिनती या उनकी घडि़याली आँसुओं में नहीं फँसना है, बल्कि जनताओं को अपने आपको एक जेड कमाण्डो के रूप में नेताओं के सामने पेष होना है, और सबका सुन लेना है, और करना है, विचार बहुत सोच समझकर करना है अपने मत (अधिकार) का प्रयोग। यहाँ सभी अपने आपको नेता साबित करना चाह रहे हैं, जो कि बिल्कुुल ही उन्हें कमजोर एवं असहाय साबित कर रही है, क्योंकि आप एक अच्छे एवं जनताओं के हर कार्यो में दिल खोलकर स्वार्थ से परे एक अच्छे नेता है, यह तो जनता ही साबित करेगी अपना बहुमुल्य मत का अधिकार देकर अब जनता उतनी कमजोर नहीं है, जितना नेता लोग उन्हें समझ रहे हैं। अब जनता दुख सह-सह कर आदि हो चुकी है, कि अब नेताओं के रोने-गिड़गिड़ाने का असर जनताओं पर नहीं पड़ने वाला।