अंक- १०७४ Page-१

गलती कोई करे, दंड किसी जनता को (पूर्व षासन की करामात)
दीन-दलित ब्यूरो:- पूर्व षासन के समय जब भोटर कार्ड बनाया जा रहा था, यह बात उसी समय की है। जब सरकार मतदान के समय (तत्काल) मतदाताओं से भोटर लेेने हेतु तरह-तरह के कानून पर कानून पर कानून बनाती हैं, तो फिर ऐसी बार-बार की गलतीयाँ क्यूँ दोहराई जाती है।यह तो सरासर जनता का घोर अपमान है, मतलब यह है, मतदान (राज्य सरकार गठन हेतु) का समय समीप आता जा रहा है, और ऐसी गलती को बार-बार दोहराई जा रही है। मतलब यह भोटर कार्ड का दर्षाया जा रहा है, इसे देखें कि यह दर्षित फोटो पंडित कौषल मांझी की है, मगर निर्वाचक का नाम के स्थान पर उनकी पत्नी का नाम मालती देवी को दर्षाया जा रहा है। ऐसी अवस्था में मतदाता निराष होकर बिना मतदान दिए वापस आ जाता है।