अंक- १०७३ Page-५

अब झारखण्ड एक गरीब एवं असहाय राज्य न होकर सभी राज्यों में सबसे धनी राज्य एवं दूसरे असहाय राज्यों को सहायता देने में सभी राज्यों से सबसे प्रथम रहेगा, जिन्दगी भर के लिए । जब अपने राज्यों में अपने ही कोयले से तैयार हुई पूर्ण रूपेण बिजली आपूर्ति अपने ही राज्य के गोड्डा (बारिसटाँड़) से मिलेगी और उसी बिजली को झारखण्ड के विकास पूर्ण कार्यो में लगाएगें, तो कितना ही आनंद ही आनंद आएगा। हमारे राज्य की जनताओं की झोली में खुषियों का अम्बार होगी। आज तक यहाँ की गरीब जनताओं को बिते झारखण्ड की चोरबजारी एवं धोकेबाजी नीतियों के चलते ही बेवकूफ पर बेवकूफ बनाया जा रहा था। अब उन नीतियों का पूर्ण नाषक षत्ति मिल जरूरत यहाँ के राज्यों की जनताओं को अब ठण्च्ण्स् की जरूरत यहाँ के राज्यों की जनताओं को कभी नहीं होगी बल्कि उन चोरबजारी एवं धोकेबाजी नेताओं का नाम ठण्च्ण्स् के लिस्टों में सबसे उपर अंकित होगी और खासकर यह ठण्च्ण्स् लिस्ट झारखण्ड राज्य की जनता तैयार करेगा। अब उन नेताओं की सर्वेक्षण जनता खुद करेगी, और तब तैयार होगी ठण्च्ण्स् की सूची। अब जनता (झारखण्ड राज्य की) उन नेताओं (जनता द्वारा तैयार ठण्च्ण्स् सूची के आधार पर) को 0.50 (पचास पैसे मात्रा) पैसे की दर से पैतीस नहीं बल्कि सत्तर किलो चावल खाद्यान उपलब्ध करवायेगी, वो भी जन वितरण प्रणाली से नहीं बल्कि जनताओं के मन (विचार) वितरण प्रणाली से 24 (चैबीस) घंटे सेवा के रूप में।